मेरी कलम से.......

मेरी कलम से.......
इंट पत्थर सीमेंट सरियों से मकान बनते हैं
घर बनाने के लिए स्नेह प्रेम सम्मान विश्वास की अहमियत होती हैं।
पहले केवल घर हुआ करते थे
आज केवल मकान रह गए।
मकान बना कर रहने वाले नहीं पाते
इसलिए घर को घर रहने दो
जय श्री कृष्णा
जय हिंद
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